हमारे आंगन की बुलबुल , एक ऐसा प्राणी है कि यदि वो सोई नहीं है तो फ़िर , यकीनन किसी न किसी प्रयोग , उपयोग , जादू या चमत्कार में लगी मिलेगी , और उसे देख कर बस आप करते रह सकते हैं जश्ट इमैजिन .....आज बारी है पढाई लिखाई की , लेकिन ऐसे ......
सबसे पहले पापा की कोई मोटी सी किताब लें और फ़ट से उनकी कुर्सी पर कब्जा जमा लें , अगर पापा देख लें तो आप एक जोर की ईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई वाला पोज़ बना लें , मगर किताब न छोडें |
बस उसके बाद म शुरू करें घनघोर पढाई , जो फ़ोटो खींच रहे हैं उन पर कतई ध्यान न दें , मस्त होके किताब उलटते रहें |
जहां आलाप लेना हो , वहां बिंदास आलाप लें ..आआआआआआ |
फ़िर जोर छे ....खूब कस्स्स के किताब को पकड के जकड लें |
फ़िर खोल कर चेक करें कि दबाने से थोडी पतली हुई है कि नहीं , और फ़िर उसे उलट पुलट करें |
ओह पापा ने नाक में दम कर रखा फ़ोटो खींच खींच के |
बस जित्ता पढा था न , सोने से पहले सारा लिख कर रिवाईज़ कर लें , हां हां हाथ पर भी कर सकते हैं |
बस अगले दिन चकाचक तैयार हो कर ईईईईईईईईईईईईईईईईईई इश्माईईईईल देते हुए स्कूल को निकल लें |
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जवाब देंहटाएंNice Photos.
जवाब देंहटाएंMalik umr draaz kare Bulbul ki.
See:
http://tobeabigblogger.blogspot.in/2012/04/hindi-poetry.html
हा हा हा.. हम तो कहते हैं कि ऐसा पढ़ो की किताब फट-चिट कर बराबर हो जाए.. खासतौर से गर जो वो पापा का हो!! :D
जवाब देंहटाएंWaah ji waah... Bulbul ke kya kehne....
जवाब देंहटाएंWaah ji waah... Bulbul ke kya kehne....
जवाब देंहटाएंinkae daant bahut saaf aur shamkilae haen
जवाब देंहटाएंaur padhaaii karnae kaa tarikaa bataataa haen
ki bhavishya ujval haen
ajay aap ko agrim badhaii , bitiyaa jarur afsar banegi
nice photos,nice comments
जवाब देंहटाएंबहुत से सवालों को हल करते हुए ख़ुद सवाल खड़ा करती हुई बेहतरीन तख़लीक़.
जवाब देंहटाएंअजय भाई काश इतनी मेहनत आप ने भी की होती ... कुछ सीखिये बिटिया से ... होशियार चाचा की होशियार भतीजी ... शाबाश मेरी बिटिया !
जवाब देंहटाएंMajedar padhai.....
जवाब देंहटाएंghani samajhdar bitiya hai bhaijee.......
जवाब देंहटाएंpranam.
अव्वल होने के लिए ये ज़रूरी है ...
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